Credit Score Rule सिबिल स्कोर पर आरबीआई के नए नियम जारी अब भूलकर भी ना करें गलती
Credit Score Rule क्रेडिट स्कोर पर रिजर्व बैंक के द्वारा 6 नए नियम जारी कर दिए गए हैं जिनका फायदा अब आप ले सकते हैं।
अगर आपको क्रेडिट कार्ड और सिविल स्कोर के नियमों का नहीं पता है तो आप इनके नियमों को जानकर आप इसका बेनिफिट ले सकते हैं।
केंद्रीय रिजर्व बैंक के द्वारा समय-समय पर बार-बार सिविल स्कोर को खराब को लेकर जो शिकायतें आ रही थी उसको सुधारने के लिए 6 नए नियम बनाए गए हैं।
केंद्रीय बैंक के द्वारा कुछ समय पहले एक नियम बनाया गया था कि अगर आपका सिविल स्कोर अच्छा है तो आपको आसानी से लोन मिल जाएगा।
जिन लोगों का सिविल स्कोर खराब है और बैंक में डिफॉल्ट है तो उन्हें अब लोन नहीं मिलेगा।
आज आपके यहां पर बताया गया कि अगर आपका सिविल स्कोर खराब है तो भी आप अपना सिविल स्कोर तुरंत सही कर सकते हैं।
केंद्रीय रिजर्व बैंक के द्वारा बनाए गए वर्तमान के 6 नियमों के बारे में आज हम आपके यहां बताएंगे।
Credit Score Rule क्रेडिट सिबिल स्कोर के नियम
क्रेडिट सिबिल स्कोर अब हर 15 दिन में नया सिविल स्कोर अपडेट किया जाएगा।
आपका सिविल स्कोर अच्छा है या खराब है इसके बारे में भी आप अपने मोबाइल से चेक कर सकते हैं यह सिविल स्कोर के नए नियम 1 जनवरी 2024 से लागू किए जाएंगे।
आपको किसी भी बैंक से फाइनेंशली इंस्टीट्यूट आफ क्रेडिट स्कोर को जल्दी-जल्दी अपडेट करें।
आरबीआई के गवर्नर के द्वारा की गई घोषणा के अनुसार 15 दिन में क्रेडिट डाटा स्कोर को सभी को अपडेट करना होगा।
जिन ग्राहकों का सिविल स्कोर अपडेट नहीं है उन्हें पेनल्टी लगाई जाएगी और उन्हें किसी भी प्रकार का फाइनेंशली लोन नहीं दिया जाएगा।
ग्राहकों को भेजनी होगी सिविल स्कोर चेक करने की सूचना अब –
केंद्रीय बैंक के गवर्नर के द्वारा सभी क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियों से कहा गया
कि अब कोई भी बैंक या एनबीएफसी ग्राहक क्रेडिट कार्ड की रिपोर्ट चेक कर सकता है।
अब कंपनी के द्वारा उन्होंने को अपनी क्रेडिट कार्ड का स्कोर रिपोर्ट आप एसएमएस या ईमेल के जरिए भेजा जाएगा।
और आप अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर सकते हैं।
लगातार क्रेडिट स्कोर को लेकर शिकायतें आ रही थी जिसके बाद यह नियम बनाया गया है।
साल में एक बार ग्राहक को दी फुल क्रेडिट रिपोर्ट चेक –
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार क्रेडिट कंपनियों को 1 साल में अपना पूरा क्रेडिट स्कोर ग्राहक देना होगा।
क्रेडिट कंपनियों के द्वारा अपनी वेबसाइट पर एक डिस्प्ले लिंक करना होगा
ताकि ग्राहक अपना क्रेडिट कार्ड का स्कोर चेक कर सके।
जिससे आपका क्रेडिट स्कोर और आप अपनी पूरी क्रेडिट हिस्ट्री का पता अपने मोबाइल से लगा सके।
रिक्वेस्ट को रिजेक्ट करने की वजह बताना अनिवार्य –
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार अगर कोई भी ग्राहक क्रेडिट कार्ड का सिविल के लिए रिक्वेस्ट भेजता है।
तो उसको रिक्वेस्ट अगर रिजेक्ट करते हैं तो उसका अब ग्राहक को कारण बताना जरूरी है
कि उसकी रिक्वेस्ट को क्यों रिजेक्ट किया गया है।
डिफॉल्ट को रिपोर्ट करने से पहले ग्राहक को बताना अनिवार्य –
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार कोई भी ग्राहक अगर डिफॉल्ट हो जाता है।
तो कंपनी के द्वारा उसको डिफॉल्ट घोषित करने से पहले कस्टमर को उसकी जानकारी बतानी होगी
आप अपनी जानकारी एमएस या ईमेल के जरिए शेयर करने अनिवार्य है।
Credit Score Rule Check
क्रेडिट स्कोर में 6 से 30 दिनों में सभी शिकायतों का निपटारा –
अगर क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनी 30 दिन के अंदर अपने कस्टमर की शिकायत का निपटारा नहीं करती है
तो उसे प्रत्येक दिन 100 रुपए का जुर्माना चुकाना होगा।
अब बैंक में लोन बांटने वाली सभी संस्थाओं को 21 दिन और क्रेडिट ब्यूरो को 9 दिन का वक्त दिया गया है।
इसके बाद क्रेडिट ब्यूरो नहीं देने पर बैंक में सभी कंपनियों को हर्जाना देना होगा।
इसके अलावा बैंक में इसकी सूचना 9 दिन के अंदर नहीं देने पर क्रेडिट ब्यूरो को बड़ा हार जाना चुकाना पड़ेगा।